दर्द दिल में छुपा हो जरूरी नहीं
चेहरे पर भी जाहिर हो
दर्द देने वाले गर रखते हों
जुल्म की दुनिया से ताल्लुक
लाख कर लें कोशिशें किसी बेगुनाह को
गुनहगार साबित करने की
जिस दिन तुम्हारे गुनाहों
का पलङा भारी होगा
याद रखना अंत तुम्हारा
उससे भी भयानक होगा
गायत्री शर्मा
चेहरे पर भी जाहिर हो
दर्द देने वाले गर रखते हों
जुल्म की दुनिया से ताल्लुक
लाख कर लें कोशिशें किसी बेगुनाह को
गुनहगार साबित करने की
जिस दिन तुम्हारे गुनाहों
का पलङा भारी होगा
याद रखना अंत तुम्हारा
उससे भी भयानक होगा
गायत्री शर्मा
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