वक्त पर जो काम आए
इंसान वह कहलाता है
दर्द मिलकर बांटे जो
हमदर्द वह कहलाता है
भूले भटकों को राह दिखाए
फरिश्ता वह कहलाता है
गायत्री शर्मा
इंसान वह कहलाता है
दर्द मिलकर बांटे जो
हमदर्द वह कहलाता है
भूले भटकों को राह दिखाए
फरिश्ता वह कहलाता है
गायत्री शर्मा
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