रोज रोज हम करके तुमको याद,
वहुत ही ज्यादा थक गए है यार ,
ये प्यार है साला या केमीकल इक्वेशन,
जो समझ ही नही आता यार ||
दाऊ जी.
वहुत ही ज्यादा थक गए है यार ,
ये प्यार है साला या केमीकल इक्वेशन,
जो समझ ही नही आता यार ||
दाऊ जी.
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मेरी सोची हुई हर एक सम्भावना झूटी हो गई, उस पल मन में कई सारी बातें आई। पहली बात, जो मेरे मन में आई, मैंने उसे जाने दिया। शायद उसी वक्त मु...
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