मेरी आँखों में हर वक्त कोई रिश्ता बेनाम सा तैरता है,
फिर भी जिन्दगी का सफर बदस्तूर गुजरता है,
मैं रोज सोचता नही,करने में यकीन रकथा हूँ,
फिर भी दिल अवारा गलियों में रात दिन भटकता है,
कोई हुस्न का नगमा,हजार दिलों की मेंहरवाँ,
हो भले ही न कोई,मगर दिल खोजता फिरता है।
दाऊ जी
ब्लॉग पर प्रकाशित हर लेख कॉपीराइट अधिनियम के तहत आता है एवम् हर रचना का कॉपीराइट अधिकार उसके पास सुरक्षित है। बिना अनुमाति किसी भी रचना को प्रकाशित करने या कॉपी पेस्ट करने पर आपको कॉपीराइट अधिनियम की धारा के उलंघन का दोषी समझा जाएगा और आप पर कानूनी कार्यवाही करने के लिए हम पूर्ण तौर पर स्वतन्त्र है। जी.आर.दीक्षित
शनिवार, 21 फ़रवरी 2015
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
ये दुःख साला... (राधे भैया to संदीप भैया)
पुष्पा भैया पूछते हैं कि ये देश इतना दुख obsessed कबसे हो गया. तेरे नाम के 'राधे भैया' के फेलियर के बाद युवाओं का नया आदर्श सन्दीप...
-
"सबसे खतरनाक होता है इश्क़ का नॉन रिस्पोंसिव हो जाना, ब्वॉयफ्रेंड शुदा लड़की से मोहब्बत होना और तड़प का बढ़ते जाना" पाश अगर विद्...
-
मेरी डायरी का वो आखिरी पन्ना -4 • मेरी डायरी का वो आखिरी पन्ना-3 • मेरी डायरी का वो आखिरी पन्ना-2 • मेरी डायरी का वो आखिरी पन्ना-1 वो ...
-
आंग्लभाषान्तर्गते एक: सुंदर: शब्द: अस्ति। माने अंग्रेजी भाषा में एक बहुत ही अच्छा word है जो आज के रोज चढ़ते और उतरते प्यार के खुमार के...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें