प्यार के बहाव की
मांग कर रही है जिन्दगी
अपनों से अपनों के मिलाप की
बाट जोह रही है जिन्दगी
मांग कर रही है जिन्दगी
अपनों से अपनों के मिलाप की
बाट जोह रही है जिन्दगी
न जाने कितने अनजानों से
नित्य हो रही मुलाकात है
उनमे से कोई नही एषा
जो बन के चल सकेगा जिन्दगी
नित्य हो रही मुलाकात है
उनमे से कोई नही एषा
जो बन के चल सकेगा जिन्दगी
दाऊ जी
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