गुरुवार, 25 सितंबर 2014

मेरी दुनिया में आकर के ,क्या ?

मेरी दुनिया में आकर के ,क्या ?
तेरा जाना जरुरी था ,
अगर जाना जरुरी था
तो फिर क्या आना जरुरी था ,

अगर दोनों जरुरी थे
तो मेरा ये हाल क्यूँ होना था
अगर ये हाल होना था
तो क्या प्यार ही जरुरी था

सवाल ये उठकर मेरे सामने
बार-बार आता है
नियति का खेल उठकर
क्या इसी तरह होना था ,

समझ नही आता क्या है ये
प्यार का खेल या नियति का
क्या ये जिन्दगी का वही घटनाक्रम है
जिसे होना था तो बस होना था

मेरी दुनिया में आकर के ,क्या ?
तेरा जाना जरुरी था ,
अगर जाना जरुरी था
तो फिर क्या आना जरुरी था ,

दाऊ जी 

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