ख्याहिशें तुझे पाने की रोज करता है दिल
मगर इश्क करने से डरता है मेरा दिल
तमन्नाओ के समंदर में रोज घूम आता है
कुछ डुबकियां लगाके लौट आता है मेरा दिल
तनहा है बेचारा सा एक पंक्षी आवारा सा
कोई दरख्त खोजता है आशियाने को मेरा दिल
सुखे घास के तिनको से बनी है मेरी दूनियाँ,
इश्क की आग में खाक होने से डरता है मेरा दिल
मुश्किल से खुद को सम्हाल, एक परिवार बनाया है
फिर से यतीम होने से डरता है मेरा दिल।
ख्याहिशें तुझे पाने की रोज करता है दिल
मगर इश्क करने से डरता है मेरा दिल
दाऊ जी
मगर इश्क करने से डरता है मेरा दिल
तमन्नाओ के समंदर में रोज घूम आता है
कुछ डुबकियां लगाके लौट आता है मेरा दिल
तनहा है बेचारा सा एक पंक्षी आवारा सा
कोई दरख्त खोजता है आशियाने को मेरा दिल
सुखे घास के तिनको से बनी है मेरी दूनियाँ,
इश्क की आग में खाक होने से डरता है मेरा दिल
मुश्किल से खुद को सम्हाल, एक परिवार बनाया है
फिर से यतीम होने से डरता है मेरा दिल।
ख्याहिशें तुझे पाने की रोज करता है दिल
मगर इश्क करने से डरता है मेरा दिल
दाऊ जी
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