याद आई आप की तार सब मिलने लगे
दूर दिल से जो रहे थे पास वे आने लगे
गम जुदाई का नहीं है ख्वाइशे मिलने की हैं
पा सकूं मैं प्यार तेरा हम सफर बनने की हैं
मेहरवानी और दुआएं रब से अब मिलने लगी
उर चमन की सारी कलियां फूल बन खिलने लगीं
आपके इकरार का इजहार जब से होगया
ये दिवाना दिल मेरा जानें कहां अब खो गया
डर जमाने का नहीं है अब मुझे कोई यहां
आ गया हूं दर पे छोड़ कर सारा जहां
खुशियां मनाएं आज हम प्यार का तोहफा मिला
उर सरोवर में कमल आज है सुन्दर खिला हुआ
दूर दिल से जो रहे थे पास वे आने लगे
गम जुदाई का नहीं है ख्वाइशे मिलने की हैं
पा सकूं मैं प्यार तेरा हम सफर बनने की हैं
मेहरवानी और दुआएं रब से अब मिलने लगी
उर चमन की सारी कलियां फूल बन खिलने लगीं
आपके इकरार का इजहार जब से होगया
ये दिवाना दिल मेरा जानें कहां अब खो गया
डर जमाने का नहीं है अब मुझे कोई यहां
आ गया हूं दर पे छोड़ कर सारा जहां
खुशियां मनाएं आज हम प्यार का तोहफा मिला
उर सरोवर में कमल आज है सुन्दर खिला हुआ