कितनी हसीं है शाम कोई गीत सुनाओ
हो गम हर इक तमाम कोई गीत सुनाओ
मौसम है ख्वाहिशों का और तन्हाईका आलम
ना लो और इन्तेकाम कोई गीत सुनाओ
मैखाने से मदहोशी के बेताब हसरतों
उलफत के आये जाम कोई गीत सुनाओ
घूंघट उठा के फुलोँ का रंगों के सहन मे
खुशबू करे सलाम कोई गीत सुनाओ
ख्वाबिदा आरजूओं मेरे साथ उसको भी
दे वस्ल का पैगाम कोई गीत सुनाओ
लम्हे है हिज्र के पर एहसास के लम्हों
लेकर के मेरा नाम कोई गीत सुनाओ