तेरी बेमिसाल मुस्कुराहटें उफ तेरा ये ताबिंदा जमाल
के बडा अजीब सा हो जाता है तुझे देखनेवालों का हाल
मौसम है गमका या कैफ का ये सवाल नही कोई सवाल
तेरी याद जब भी आती है आ जाता है लहू मे ऊबाल
माहताब के माथे पे दिलकश ख्वाबों का हो नज़ारा ज्युं
हर इक खुशी तो है बस तेरे लहराते दामन का कमाल
इश्क मे तेरे मैने अहा तुफां को साहिल पढ लिया
और दर्दको खुशियां समझ के खिचवा आया दिलकी खाल
रुत खिजांकी हो महका गुलाब खिल जाये गुलशनका शबाब
तु आ जाए इक लम्हेको गर और जो दे चमन पे निगाह डाल
के बडा अजीब सा हो जाता है तुझे देखनेवालों का हाल
मौसम है गमका या कैफ का ये सवाल नही कोई सवाल
तेरी याद जब भी आती है आ जाता है लहू मे ऊबाल
माहताब के माथे पे दिलकश ख्वाबों का हो नज़ारा ज्युं
हर इक खुशी तो है बस तेरे लहराते दामन का कमाल
इश्क मे तेरे मैने अहा तुफां को साहिल पढ लिया
और दर्दको खुशियां समझ के खिचवा आया दिलकी खाल
रुत खिजांकी हो महका गुलाब खिल जाये गुलशनका शबाब
तु आ जाए इक लम्हेको गर और जो दे चमन पे निगाह डाल