जो तेरी मस्त नजर के पयाम आ जाये
तो दिन के ढ़लने से पहले ही शाम आ जाये
मैकदे जाके मिले मय तो बडी बात है क्या
बात तो तब है के सोचूं और जाम आ जाये
जहां मे हुं मै जहां से पर आशना नही
किसीको देखूं याद तेरा नाम आ जाये
जूनूने इश्क मे राहत तलाशता हुं मै
नजर मे मेरी काश तेरा बाम आ जाये
बिमारे इश्क हुं इक मेरी तमन्ना है यही
मेरे हिस्से मे गमे दिल तमाम आ जाये
खलीश जुदाईकी होगी या कशीश वस्लकी वो
मेरी कलम की जद मे जो कलाम आ जाये
हमने बस तुझसे मुहब्बतका सिला मांगा था
ये ना मांगा था अर्श के सलाम आ जाये
तो दिन के ढ़लने से पहले ही शाम आ जाये
मैकदे जाके मिले मय तो बडी बात है क्या
बात तो तब है के सोचूं और जाम आ जाये
जहां मे हुं मै जहां से पर आशना नही
किसीको देखूं याद तेरा नाम आ जाये
जूनूने इश्क मे राहत तलाशता हुं मै
नजर मे मेरी काश तेरा बाम आ जाये
बिमारे इश्क हुं इक मेरी तमन्ना है यही
मेरे हिस्से मे गमे दिल तमाम आ जाये
खलीश जुदाईकी होगी या कशीश वस्लकी वो
मेरी कलम की जद मे जो कलाम आ जाये
हमने बस तुझसे मुहब्बतका सिला मांगा था
ये ना मांगा था अर्श के सलाम आ जाये