दामन की तेरे शोख हवा चाहिये मुझे
जिंदा हुं जिन्दगी का पता चाहिये मुझे
लहराते गेसुओं का नशा चाहिये मुझे
जीना है तो जिने की वजहा चाहिये मुझे
तु चाहिये न तेरी वफा चाहिये मुझे
रहे गम मे बस दीदार तेरा चाहिये मुझे
न होगा मरीज़े दिल को बस आराम दवासे
तेरे हसीन लब से दुआ चाहिये मुझे
माना के मुहब्बत है संगीन खता तो
संगीन इस खता की सजा चाहिये मुझे
दुनिया की तमन्ना है न जन्नत की आरजू
तेरी गली की बादे सबा चाहिये मुझे
उम्मीद के जुगनु रहे रहबर मेरे शब भर
अब शब ए मुसलसलकी सुबहा चाहिये मुझे
जिंदा हुं जिन्दगी का पता चाहिये मुझे
लहराते गेसुओं का नशा चाहिये मुझे
जीना है तो जिने की वजहा चाहिये मुझे
तु चाहिये न तेरी वफा चाहिये मुझे
रहे गम मे बस दीदार तेरा चाहिये मुझे
न होगा मरीज़े दिल को बस आराम दवासे
तेरे हसीन लब से दुआ चाहिये मुझे
माना के मुहब्बत है संगीन खता तो
संगीन इस खता की सजा चाहिये मुझे
दुनिया की तमन्ना है न जन्नत की आरजू
तेरी गली की बादे सबा चाहिये मुझे
उम्मीद के जुगनु रहे रहबर मेरे शब भर
अब शब ए मुसलसलकी सुबहा चाहिये मुझे