शुक्रवार, 9 दिसंबर 2016

चयनकर्ता का मनोविज्ञान

एक व्यक्ति नासा में गया|

प्रोजेक्ट इंजीनियर पद के लिये इन्टरव्यू देने।
कुल सौ लोगों में से आखिरी नम्बर उसका आया।

"आपका नाम?"
"निर्भर करता है!"
"किस बात पर?"
"इस नौकरी पर!"
"मान लो कि तुम सेलेक्ट हो?"
"प्रोजेक्ट इंजीनियर सी.के.सक्सेना!"
"और अगर न हुये तो!"
"रिजेक्टेड प्रोजेक्ट इंजीनियर सी.के.सक्सेना!"
"प्रोजेक्ट इंजीनियर क्यों?"
"इसके बिना मेरे नाम का कोई मतलब नहीं!"
"ओ.के........100 लोगो ने इस पद के लिये आवेदन किया है। तो आपको ही क्यों चुना जाय?"
"सवाल ये नहीं है कि आप मुझे क्यों चुने? बल्कि ये है कि उन 100 लोगों में से मुझे रिजेक्ट क्यों न करें?"

"चलिये, इसी का जबाब दीजिये..."
"मेरे पास M.I.T से M.Tech की डिग्री है!"
"ये आपके इस इन्टरव्यु में होने की एक वजह है, जो बाकी लोगों के पास भी है!"
"मैं आपको वो कारण बता रहा हूँ कि मुझे उन 100 लोगों में से इसलिये न रिजेक्ट किया जाय क्योंकि मेरे पास भी वही योग्यता है।"
"मैं आपको इस आधार पर भी रिजेक्ट कर सकता हूँ कि आपके पास दूसरी कोई वजह नहीं है!"
"मैंने ये कब कहा?"
"तो दूसरी वजह क्या है?"
"मैं उन बाकी 100 लोगों जितना ही काबिल हूँ!"
"इसे आप कैसे सिद्ध करेंगें?"
"क्योंकि उनकी तरह मेरे पास भी M.Tech की डिग्री है!"
"ये तो वही वजह है!"
"वजह वहीं है लेकिन किसी वजह कि एक दूसरी प्रतिक्रिया भी एक वजह मानी जाती है!"
"चलिये मान लिया!......फिर भी आप उन 100 लोगों में से ही एक हैं, उनके जैसे....."
"तीसरी वजह ये है कि मैं इस जॉब के लिये पूरी तरह से पागल हूँ!"
"क्यों?"
"नासा!.....मेरे जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य!"
"आप से पहले जो लोग इन्टरव्यु के लिये आये थे, उन्होंने भी इसी वाक्य का प्रयोग किया था!"
"चौथी वजह ये है कि मैं बिना किसी भुगतान(payment) के भी ये जॉब करने को तैयार हूँ!"
"आपसे पहले 20 लोगों ने ये बात कही पर इसे हम कंसीडर नहीं करेंगे क्योंकि बात यहाँ पर पेमेंट की नही, विशेष योग्यता की है!.....हमें मुफ्त का गधा नहीं चाहिये!"
"बेशक मैं फ्री में काम करने को तैयार हूँ.....जरुरत पड़ी तो गधा बनने को भी तैयार हूँ....आखिर कहीं न कहीं गधे भी काम आ जाते हैं!"
"हूँSSSS..... खुद को गधा साबित करने से बेहतर है अपने आपको इंटेलीजेन्ट साबित करो!"
"मैं इस वक्त यहाँ आपके सामने बैठा हूँ! क्या इस पर भी मुझे खुद को इंटेलीजेन्ट साबित करने की जरूरत है?....लेकिन फिर भी छठवीं वजह ये है कि अभी तक मेरी शादी नहीं हुई, इसलिये मेरा पूरा समर्पण(dedication) आपकी तरफ होगा न कि अपनी फैमली कि तरफ!"
"दस लोगों ने यही कहा!"
"जब मैं कमरे में आया था तब आपके पास 100 ऑप्शन थे और अब सिर्फ 10!"
"ओह!.....यानि तुम खुद को सेलेक्ट न करवाकर उन लोगों को रिजेक्ट करवा रहे हो!"
"नहीं!.....मैं बस आपको वजह बता रहा हूँ!...सेलेक्शन और रिजेक्शन तो आप करेंगे!"
"हूँ....और कोई वजह?"
"मेरी कोई गर्लफ्रेण्ड भी नही है!"
"पर नासा में तो लड़कियाँ भी काम करती है यानि तुम्हारा मन भटक सकता है!....."
"ऐसा नहीं हो सकता!"
"क्यों?...क्या तुम गे हो?"
व्यक्ति एक पल के लिये, इन्टरव्यू लेने वाले की आँखों में झाँकता रहा। मानो उसके विचार पढ़ने की कोशिश कर रहा हो।
फिर एकाएक थोड़ा झेपते हुये बोला-
"अगर मैं हाँ कहूं तो......?"
इन्टरव्यु लेने वाला एक पल के लिये सोचता रहा।
"तब मेरे पास सिर्फ एक ही ऑप्शन होगा...!"
"वेल! तो इसका मतलब अब आप के पास मुझे रिजेक्ट करने कि कोई वजह नहीं है!....SO here I'm!"
"I think you are crazy about this job.....so let me sign!"
मैनेजर ने हस्ताक्षर किये।
और अगले ही पल।
'चिर्रSSSS'
उस व्यक्ति ने पेपर को फाड़ दिया।
"What the hell is that?"
व्यक्ति इत्मीनान से बोला-
"दुबारा इन्टरव्यू में किसी ऐसे इंसान को सेलेक्ट मत करना जो जरूरत से ज्यादा ह्युमर का इस्तेमाल करे! तुमने मुझे मेरी काबिलियत की वजह से नही सेलेक्ट किया बल्कि मैंने तुम्हें खुद से प्रभावित होने पर मजबूर किया और तुम्हें पता भी नहीं चला।
मैं शादीशुदा हूँ, दो बच्चों का बाप हूँ। मेरी दस्तावेज भी नकली हैं। और आपने मेरे फील्ड से सम्बंधित एक भी सवाल मुझसे नहीं पूछा। क्योंकि आप पहले से ही मान कर बैठे थे कि मैं उतना काबिल हूँ। आप यहाँ पर मेरा इन्टरव्यू नहीं ले रहे थे बल्कि मुझे अपने तर्कों में फँसाकर प्रभावित करना चाहते थे। नासा की क्वालिटी मेन्टेन रखना चाहते हो तो सीधे-साधे लोगों को जॉब पर रखना सीखो और उनसे सीधा-साधा इन्टरव्यू लो। मै यहाँ पर आप लोगों का मनोविश्लेषण करने के लिये भेजा गया था। And now you are fired."

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